Vaastu dosh ke Kya Hai, upay, Pravhaow, Tips, सुझाव | Remove Vaastu Dosh from Plants | वास्तु दोष कैसे खत्म करें: सुझाव और उपाय | रसोई में वास्तु दोष: उनके प्रकोप और समाधान | वास्तु विज्ञान | FAQ

वास्तु दोष: जानिए उसका महत्व और निवारण

वास्तु दोष

वास्तु दोष, भारतीय संस्कृति में आवास और काम के स्थानों के निर्माण में वो त्रुटियों को कहा जाता है जो वास्तु शास्त्र के नियमों और मार्गदर्शन का पालन नहीं करती हैं। यह एक प्राचीन भारतीय वास्तुकला और डिज़ाइन विज्ञान है, जिसमें स्थान के निर्माण में कई गुण और दिशाएँ ध्यान में रखी जाती हैं।

दुनिया के हर व्यक्ति के लिए, मनुष्य को प्रकृति से जोड़ने वाली चीज़ वास्तु शास्त्र है। लेकिन प्राकृतिक तत्वों में कुछ कमियों और दोषों को वास्तु दोष कहा जा सकता है। इसलिए, वास्तु दोष को दूर करने के लिए लोगों को कुछ सरल वास्तु सुझावों का पालन करना होता है, जो उनके जीवन को और भी आनंदमय और सफल बना सकते हैं। वास्तु दोष मानसिक तनाव और बीमारी ला सकते हैं, इसलिए इस पर त्वरित कार्रवाई करना और दिए गए सुझावों को सही तरीके से पूरा करना अत्यंत आवश्यक है।

वास्तु दोष का प्रभाव:

वास्तु दोष का मतलब होता है कि एक जगह के निर्माण, डिज़ाइन, या ढ़ांचे में वास्तु शास्त्र के आदान-प्रदान के अनुसार किए गए दोषों या असंतुलनों को। मान्यता है कि वास्तु दोष व्यक्तियों और उनके निवास या काम के स्थान पर विभिन्न प्रभाव डाल सकते हैं। हालांकि इन प्रभावों का आधार परंपरागत धारणाओं पर आधारित है और इसके पास वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, कई लोग इन्हें महत्वपूर्ण मानते हैं। यहां कुछ सामान्य प्रभाव हैं जो वास्तु दोष के साथ जुड़े होते हैं:

1. स्वास्थ्य समस्याएँ: वास्तु दोष अक्सर स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े होते हैं। उदाहरण स्वरूप, घर में रसोई या शौचालय को गलत जगह पर रखने से निवासियों को स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं।

2. वित्तीय समस्याएँ: वास्तु दोष को वित्तीय स्थिरता के साथ जोड़ा जाता है। प्रमुख प्रवेश या व्यापार स्थल के खजाने को गलत स्थान पर रखने से वित्तीय हानि हो सकती है।

3. रिश्तों और परिवार समस्याएँ: कुछ वास्तु दोष संबंधों और परिवार के बीच असमंजस्य के साथ जुड़े होते हैं। इसमें परिवार के सदस्यों के बीच में विवाद, विवाहित जीवन की समस्याएँ, या संवादनात्मक रिश्तों में तनाव शामिल हो सकते हैं।

4. कैरियर और शिक्षा: वास्तु दोष से कैरियर में वृद्धि और शिक्षा में प्रगति में बाधाएँ आ सकती हैं। छात्रों को ध्यान और शिक्षा में समस्याएँ हो सकती हैं, जबकि पेशेवर व्यक्तियों को अपने कैरियर में बाधाएँ आ सकती हैं।

5. मानसिक तनाव: वास्तु दोष मानसिक तनाव और चिंता में योगदान कर सकता है। वास्तु-असंतुलित वातावरण में रहने या काम करने से मानसिक शांति और भलाइ बिगड़ सकती है।

6. जीवन में बाधाएँ: माना जाता है कि वास्तु दोष जीवन के विभिन्न पहलुओं में बाधाएँ और रुकावटें पैदा कर सकते हैं, प्रगति और सफलता को बाधित करते हैं।

7. सम्पूर्णता की कमी: वास्तु शास्त्र द्वारा सही ऊर्जा प्रवाह और संतुलन की महत्वपूर्णता पर जोर दिया जाता है। एक वास्तु-असंतुलित स्थान समृद्धि और विकास को रोक सकता है।

8. नकारात्मक ऊर्जा: वास्तु दोष को आमतौर पर एक स्थान में नकारात्मक ऊर्जा के जमाव के रूप में देखा जाता है। इस नकारात्मक ऊर्जा से निवासियों की समग्र भलाइयों पर प्रभाव पड़ सकता है।

ध्यान दें कि वास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति में गहरी जड़ों से बसा हुआ है और सदियों से पालन किया गया है, लेकिन इसकी प्रभावकारिता विश्वसनीयता और आधार पर आती है। वास्तु के सिद्धांतों का पालन करने या वास्तु दोष के प्रभाव को कम करने के लिए उपायों की तलाश करने का निर्णय व्यक्तिगत है।

वास्तु दोष कैसे खत्म करें: सुझाव और उपाय | How to remove Vaastu Dosh: Tips and Prevention:-

वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जिसे घर और कार्यस्थल की ऊर्जा को सुधारने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन करने के लिए उपयोग किया जाता है। वास्तु दोष होने पर इसका असर घर और उसके निवासी पर पड़ता है, जिसका कारण विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस ब्लॉग में, हम जानेंगे कि वास्तु दोष कैसे खत्म किए जा सकते हैं।

1. गृह शुद्धि (वास्तु पूजा): आपके घर में वास्तु दोष होने पर, एक पंडित को बुलाकर गृह शुद्धि करवाने का विचार करें। वह प्राण प्रतिष्ठापन करके दोष को दूर कर सकते हैं।

2. वास्तु दोष निवारण की यात्रा: कुछ जगहें वास्तु दोष निवारण की यात्राएँ आयोजित करती हैं, जहां पुराने दोषों को दूर करने के उपाय बताए जाते हैं। आप ऐसी यात्राओं का सहयोग ले सकते हैं।

3. वास्तु यंत्र: वास्तु यंत्र एक प्रकार की चित्रित चीज होती है, जिसे घर में रखा जाता है। ये यंत्र वास्तु दोषों को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।

4. घर की सुधार और उपयोग: वास्तु दोषों को दूर करने के लिए अपने घर की ढेर सारी सुधार करें, जैसे कि घर की पूरी ध्वारकर्ण या रंगों का परिवर्तन।

5. ध्यान और प्रार्थना: अपने घर में ध्यान और प्रार्थना का माहौल बनाने से आपके घर की ऊर्जा को सुधार सकते हैं और वास्तु दोष को दूर कर सकते हैं।

6. योग और मेडिटेशन: योग और मेडिटेशन के प्रैक्टिस करने से आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं और वास्तु दोष को दूर करने में मदद मिल सकती है।

7. पेड़-पौधों का सही स्थान: घर के आस-पास पेड़-पौधों को सही स्थान पर रखने से वास्तु दोष को दूर करने में मदद मिल सकती है।

8. धर्मिक अपनाना: आपके धर्म और परंपराओं का पालन करने से भी वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है।

यदि आपको लगता है कि वास्तु दोष आपके घर में है, तो आपको इन उपायों का अनुसरण करके दोष को दूर करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, यदि समस्या बड़ी हो या दूरसंचार से संबंधित हो, तो एक वास्तु शास्त्रज्ञ से सलाह लेना भी उपयोगी हो सकता है। ध्यान दें कि ये उपाय आपके आस-पास के वातावरण को सुधारने में मदद कर सकते हैं, लेकिन कभी-कभी वास्तु दोषों को पूरी तरह से दूर करने में समय लग सकता है।


वास्तु दोष से मुक्ति पाने के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स

भारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र का महत्व अत्यधिक है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमारे आवास के निर्माण और डिज़ाइन में ज्योतिष और गणित के नियमों का पालन करना चाहिए, ताकि हमारे जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता हो। वास्तु दोष वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन न करने की स्थितियों में होते हैं, और इनका समाधान वास्तु दोष निवारण टिप्स का पालन करके किया जा सकता है। इस ब्लॉग में, हम आपको कुछ महत्वपूर्ण वास्तु दोष निवारण टिप्स के बारे में बताएंगे, जो आपके आवास को शुभ और सुखमय बना सकते हैं।

1. वास्तु-शुद्धि का पालन करें:

पहला और सबसे महत्वपूर्ण टिप है कि आप वास्तु शास्त्र के नियमों का पूरा पालन करें। अपने आवास के निर्माण और डिज़ाइन के दौरान, आपको सहायता लेने के लिए एक वास्तु शास्त्रिक सलाहकार की सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है। उनकी मार्गदर्शन में आपके आवास को वास्तु-शुद्धि के अनुसार बनाया जा सकता है, जिससे वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है।

2. वास्तु पूजा करें:

वास्तु पूजा के द्वारा आप अपने आवास के वास्तु दोषों को दूर कर सकते हैं और पॉजिटिव ऊर्जा को बढ़ावा दे सकते हैं। वास्तु पूजा में एक पंडित या वास्तु शास्त्र के ज्ञानवान व्यक्ति के साथ आपको विधिवत रूप से पूजा करने के लिए मार्गदर्शन किया जाता है, जिससे आपके आवास की ऊर्जा पॉजिटिव बन सकती है।

3. यंत्र और प्रतिमाएँ उपयोग करें:

कुछ विशेष यंत्र और प्रतिमाएँ वास्तु दोषों को दूर करने में मदद कर सकती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार चुने गए यंत्रों और प्रतिमाओं का आपके आवास में सही स्थान पर रखना महत्वपूर्ण है, जिससे वास्तु दोषों का प्रभाव कम हो सकता है।

4. ऊर्जा के स्थानों का सुधार करें:

वास्तु दोष को दूर करने के लिए आपको अपने आवास में ऊर्जा के सही स्थानों का सुधार करना हो सकता है। यह शांति, सुख, और सफलता के लिए आवश्यक है।

5. ध्यान और मेडिटेशन का प्रदर्शन करें:

ध्यान और मेडिटेशन के माध्यम से आप अपने घर के वातावरण को पॉजिटिव और शांत बना सकते हैं, और मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान और मेडिटेशन के द्वारा, आप अपने आवास की ऊर्जा को बढ़ावा दे सकते हैं और वास्तु दोष से मुक्त हो सकते हैं।

6. अद्यतनीकरण करें:

अपने आवास को नवाचार से अद्यतन करना भी वास्तु दोष को दूर कर सकता है। यह आपके आवास की ताजगी को बढ़ावा देता है और आपके जीवन को सफलता से भर देता है।

7. दर्पण समायोजन

घर के चारों ओर के दर्पणों की सही जगह पर रखाव वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। दर्पणों के लिए वास्तु दोष निवारण के दो प्रमुख उपाय हैं: प्रवेश द्वार के सामने दर्पण न रखें, और ध्यान दें कि बिस्तर के सामने दर्पण नहीं होना चाहिए।

8. फर्नीचर व्यवस्था के लिए उपाय

वास्तु शास्त्र के अनुसार, फर्नीचर की व्यवस्था के अनियमित होने से नकारात्मक ऊर्जा की बहाव को बढ़ा सकता है। इसका उपाय है कि आप अपने फर्नीचर को एक वृत्त या अष्टकोण के आकार में व्यवस्थित करें।

9. वास्तु आइटम: विंड चाइम्स

अक्सर लोग सोचते हैं कि विंड चाइम्स केवल एक सजावटी वस्त्र होते हैं। वे खूबसूरत होते हैं और आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं। वास्तु दोष से परेशान लोगों के लिए, विंड चाइम्स जोड़ने का विचार करें।

10. वास्तु दोष के लिए पिरामिड यंत्र

कांच और पत्थर की बनी एक पिरामिड आपको नकारात्मक ऊर्जा को दूसरे स्थान पर दिशा देने में मदद कर सकती है। सही स्थान पर पिरामिड लगाना, जैसे कि आपके घर या कार्यालय के प्रवेश में, इसका उपयोग करें।

वास्तु विज्ञान में इन्हें मानते हैं भयंकर दोष, देखें क्या आपके घर में हैं

वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमारे घरों में कुछ ऐसी कमियां हो सकती हैं जिन्हें वास्तु दोष माना जाता है। इन कमियों के कारण घर में कई बार कलह का माहौल बना रहता है, परिवार के सदस्यों के बीच में तकरार हो सकती है, पति-पत्नी के संबंधों में प्यार कम हो सकता है, और आपके जीवन में अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से वास्तु दोष हो सकते हैं:

  1. तस्वीरों के कारण वास्तुदोष: घर की दीवारों पर तस्वीरें या मूर्तियां बनाई जा सकती हैं, लेकिन उन्हें चिपकाना नहीं चाहिए। वास्तु दोष के कारण, घर में भगवान की बड़ी प्रतिमा नहीं रखनी चाहिए, 1 से 11 उंगलियों तक की प्रतिमा को ही घर में रखना शुभ माना जाता है।
  2. भूलकर भी किराए पर न दें इस दिशा का कमरा: घर का उत्तर-पूर्वी भाग ऊंचा नहीं होना चाहिए और इस दिशा में शौचालय निर्माण नहीं होना चाहिए। इसके खिलाफ विरोध करना चाहिए, क्योंकि यह घर के लिए धन की हानि का कारण बन सकता है, परिवार में अशुभ घटनाएं हो सकती हैं और परिवार के लोग आपस में तकरार कर सकते हैं।
  3. अंदर की तरफ खुलें खिड़कियां: घर के दरवाजा बाहर की ओर नहीं खुलना चाहिए, बल्कि अंदर की ओर खुलना चाहिए। खिड़कियों की भी यही दिशा होनी चाहिए। यह दोष घर के अंदर भय और मानसिक कष्ट का कारण बन सकता है, और घर के मुखिया को जीवन में कष्ट उठाना पड़ सकता है।
  4. चमगादड़ के आने पर करवाएं शुद्धि: मधुमक्खी के छत्ते को घर में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इससे वास्तु दोष बन सकता है। चमगादड़ के आने से भी 15 दिनों तक वास्तु दोष बना रहता है, और इसलिए घर की शुद्धि करानी चाहिए। गिद्ध और कौवे का भी घर में प्रवेश करना अच्छा नहीं माना जाता है।
  5. किचन से जुड़ा वास्तु दोष: रसोई में चूल्हा दरवाजा से दिखाई देना चाहिए, इससे घर में बरकत बनी रहती है। खाना बनाते समय गृहणी का मुख पूर्व की ओर होना शुभ माना जाता है, जिससे आरोग्य की प्राप्ति होती है और घर के लोग स्वस्थ रहते हैं। रात में भोजन बनाने के बाद चूल्हा और प्लेटफार्म को साफ कर लेना चाहिए और जूठे बर्तनों को रात में सिंक में नहीं रखना चाहिए।

वास्तु दोष: रसोई में उनके प्रकोप और समाधान

रसोई घर का वह स्थान होता है जहाँ हमारा भोजन तैयार होता है और परिवार के सभी सदस्य एक साथ खाते हैं। यह स्थान घर की आत्मा होता है, और इसके वास्तु दोष होना एक बड़ी समस्या हो सकती है, जो हमारे परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य और सुख-शांति को प्रभावित कर सकता है। इस ब्लॉग में, हम वास्तु दोष के बारे में बात करेंगे, खासकर रसोई में होने वाले दोषों के बारे में, और इन्हें कैसे सुधारा जा सकता है।

रसोई में वास्तु दोष क्या हैं?

रसोई में वास्तु दोष वास्तु शास्त्र के अनुसार वह दोष होते हैं जो रसोई के वातावरण और दिशाओं को प्रभावित करते हैं। ये दोष घर के माहौल को अशुभ बना सकते हैं और घर के लोगों के बीच में तकरार और समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।

रसोई में होने वाले वास्तु दोषों के प्रकार:

  1. रसोई का स्थान: रसोई का स्थान घर में सही जगह पर होना चाहिए। यदि रसोई का स्थान नकारात्मक दिशा में होता है, तो यह वास्तु दोष का कारण बन सकता है।
  2. चूल्हा और गैस स्टोव: रसोई के चूल्हे या गैस स्टोव की सही दिशा और स्थान में होना चाहिए। अगर यह उपयुक्त दिशा में नहीं है, तो इससे घर में अशांति और समस्याएं हो सकती हैं।
  3. रसोई के रंग: रसोई के रंगों का चयन भी महत्वपूर्ण है। यदि रंगों का चयन सही नहीं होता है, तो यह रसोई के वातावरण को असुखी बना सकता है।
  4. चूल्हे और बर्तन: रसोई में चूल्हा और बर्तन को साफ और सुखद रखना भी महत्वपूर्ण है। यदि यह नहीं होता है, तो यह स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

रसोई में होने वाले वास्तु दोषों का समाधान:

  1. वास्तु यंत्र: रसोई के द्वार पर वास्तु यंत्र लगाने से दोष को दूर किया जा सकता है।
  2. सही दिशा में रखना: चूल्हे और गैस स्टोव को सही दिशा में रखने से रसोई के वातावरण को सुखद बनाया जा सकता है।
  3. सही रंगों का चयन: सही रंगों का चयन करके भी रसोई के माहौल को बेहतर बनाया जा सकता है।
  4. सफाई और व्यवस्था: रसोई में सफाई और व्यवस्था का खास ध्यान रखने से दोष को दूर किया जा सकता है।

रसोई एक घर की जीवनशैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, इसलिए वास्तु दोषों को दूर करने के लिए ये सुधारने आवश्यक हो सकते हैं। ध्यानपूर्वक यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रसोई का वातावरण सुखद और स्वास्थ्यपूर्ण होता है, ताकि परिवार के सभी सदस्य स्वस्थ और खुशहाल रह सकें।

पौधों से दूर करें वास्तु दोष | Remove Vaastu Dosh from Plants:-

पौधों का महत्व:

वास्तु शास्त्र के अनुसार बहुत से पौधे ऐसे होते हैं जिनसे घर में फैली नकारात्मकता तुरंत दूर हो जाती है। अगर आप भी घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना चाहते हैं, तो घर पर तुलसी, नीम, मनी प्लांट, शमी और बेल के पौधे लगाएं।

झूला लगाएं:

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर पर झूले का उपयोग करने से घर में फैली अशुभ शक्तियां दूर हो जाती हैं। वास्तु के अनुसार घर के उत्तरी हिस्से में झूलना लगाना शुभ माना जाता है।

नियमित सफाई करें:

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां लक्ष्मी वहीं पर निवास करती हैं जहां पर साफ-सफाई और स्वच्छता रहती है। ऐसे में वास्तु दोष को कम करने के लिए घर की नियमित सफाई जरूरी है। घर के दरवाजे और खिड़कियों की नियमित सफाई से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।

पूजा में घंटी का उपयोग:

जिन घरों में नियमित रूप से देवी-देवताओं की पूजा होती है और घंटी बजाई जाती है, वहां पर वास्तु दोष नहीं पैदा होता है। घर पर नियमित रूप से घंटी बजाने से सकारात्मकता बनी रहती है।

शंख बजाने के फायदे:

हिंदू धर्म में शंख को बहुत ही पवित्र चीज माना जाता है। जिन घरों में शंख रखा होता है और उसकी पूजा होती है, वहां पर वास्तु दोष नहीं होता है। रोजाना शंख बजाने से घर से नकारात्मकता दूर होती है।

संक्षेप में | Summary:

वास्तु दोष वास्तु शास्त्र के नियमों के पालन की अहमियत को समझते हुए उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा हो सकता है, जो अपने आवास को सुखमय और समृद्धि से भरना चाहते हैं। ये वास्तु दोष निवारण टिप्स आपके आवास को नेगेटिव ऊर्जा से मुक्त करके आपके जीवन को और भी पॉजिटिव बना सकते हैं। तो, अगर आपके पास वास्तु दोष से जुड़ी समस्याएँ हैं, तो इन टिप्स को अपनाकर आप अपने आवास को शुभ बना सकते हैं और आनंदपूर्ण जीवन जी सकते हैं।

वास्तु दोष एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो आवास और काम के स्थानों के निर्माण को पॉजिटिव ऊर्जा के साथ बनाने का उपाय प्रदान करता है। वास्तु दोष से बचने और उन्हें दूर करने के उपायों का पालन करके हम अपने जीवन को सुखमय और समृद्धि पूर्ण बना सकते हैं।

Frequently Asked Questions and Answers:-

1. वास्तु दोष क्या है?

वास्तु दोष, वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर या व्यवस्थित जगह पर अनुकूलिकरण में होने वाले दोष को संदर्भित करता है। ये दोष सामान्यत: भवन की दिशाओं, स्थितियों, और भौगोलिक तत्वों के साथ ज्योतिष के साथ मिलकर देखे जाते हैं।

2. क्या वास्तु दोष को ठीक किया जा सकता है?

हाँ, वास्तु दोष को ठीक किया जा सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ उपाय और सुधारने की जा सकती हैं, जैसे कि वास्तु यंत्रों का उपयोग, प्रतिमाओं का स्थापित करना, रंगों का सही चयन, आदि। ये उपाय दोष को दूर करने और सुख-शांति को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं।

3. घर में वास्तु दोष होने पर क्या प्रभावित होता है?

वास्तु दोष होने पर घर के लोगों की स्वास्थ्य में कमी, व्यवसायिक समस्याएँ, पारिवारिक तकरार, और सामान्य परिश्रम में कठिनाइयाँ आ सकती हैं। ये दोष भी सामान्य जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभावित हो सकते हैं।

4. क्या हर घर में वास्तु दोष होते हैं?

नहीं, हर घर में वास्तु दोष नहीं होते हैं। ये दोष घर या स्थान के नियमित प्राकृतिक तत्वों, भवन की दिशाओं, और उसके बनावट पर निर्भर करते हैं। सही तरह से योजना बनाई गई घर में वास्तु दोष कम होते हैं।

5. वास्तु दोष को दूर करने के लिए कैसे उपाय करें?

वास्तु दोष को दूर करने के लिए कुछ सरल उपाय हैं:

  • घर के प्रवेश द्वार पर वास्तु यंत्र लगाएं।
  • घर के भीतर सुख-शांति के लिए प्रतिमाओं का स्थापित करें।
  • घर के रंगों का सही चयन करें और अंदर की शांति के लिए हमेशा सफाई और व्यवस्था बनाएं।

6. क्या वास्तु दोष का समाधान करने से घर में सुख-शांति बढ़ती है?

हाँ, वास्तु दोष का समाधान करके घर में सुख-शांति बढ़ती है। सही वास्तु के अनुसार बनाया गया घर व्यक्तियों के जीवन में समृद्धि और सुकून ला सकता है।

7. क्या वास्तु दोष को दूर करने के लिए वास्तु शास्त्र की सलाह ली जा सकती है?

हाँ, आप वास्तु शास्त्र के निपुणों से सलाह ले सकते हैं। वे आपके घर या व्यवस्थित जगह पर दोष का निर्धारण करके सुझाव दे सकते हैं और सही उपायों की सलाह दे सकते हैं।

8. वास्तु दोष के प्रकार क्या होते हैं?

वास्तु दोष के कई प्रकार होते हैं, जैसे कि दिशा दोष, रसोई दोष, दरवाजे का दोष, वृक्षों का दोष, और अन्य। हर प्रकार के दोष का अलग समाधान होता है।

9. क्या वास्तु दोष के प्रकोप से बचने के लिए कुछ अनुव्रत हैं?

हाँ, वास्तु दोष से बचने के लिए कुछ अनुव्रत और नियम होते हैं। जैसे कि, घर के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा यंत्र लगाना, क्रियायुक्त रंगों का इस्तेमाल करना, और घर के प्रति समर्पित रहना।

10. क्या वास्तु दोष को ज्योतिष के साथ मिलकर देखना सही है?

हाँ, वास्तु दोष को ज्योतिष के साथ मिलकर देखना और समाधान निकालना सही हो सकता है। ज्योतिष के अनुसार ग्रह और नक्षत्रों के प्रभाव भी वास्तु दोष पर पड़ सकते हैं और उनका समाधान निकालना संभव हो सकता है।

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